Sir ji |
आंसुओं को कह दो अभी पूरी रात बाकी है
ठहर जाओ अभी तो उसकी आनी याद बाकी है
आंसूओं को कह दो...
यूहीं बह जाओगे तो खुदा जानेगा कैसे
की अभी तो मेरे हिस्से की फरियाद बाकी है
आंसूओं को कह दो...
खाली बादल सा आकर बिन बरसे चल दिए
अभी तो सावन की आखिरी बरसात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
पूछ बैठती है गालियां भी अक्सर तेरा हाल
उन गलियों में अभी आखिरी मुलाक़ात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
आते आते रह जाता है इन होठों पर जो मेरे
ख़ामोश लबों से कहनी कुछ बात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
ठहर जाओ अभी तो उसकी आनी याद बाकी है
आंसूओं को कह दो...
यूहीं बह जाओगे तो खुदा जानेगा कैसे
की अभी तो मेरे हिस्से की फरियाद बाकी है
आंसूओं को कह दो...
खाली बादल सा आकर बिन बरसे चल दिए
अभी तो सावन की आखिरी बरसात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
पूछ बैठती है गालियां भी अक्सर तेरा हाल
उन गलियों में अभी आखिरी मुलाक़ात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
आते आते रह जाता है इन होठों पर जो मेरे
ख़ामोश लबों से कहनी कुछ बात बाकी है
आंसूओं को कह दो...
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